दोस्तों यह तो सभी जानते हैं की इस्पोर्ट्स की दुनिया में शतरंज की एक अलग ही पहचान है।
यह जानके आप सबको फक्र महसूस होगा कि शतरंज की शुरुआत हमारी जन्मभूमि से ही हुई थी।
महेंद्र सिंह धोनी की इस शानदार पारी को कभी नहीं भूल सकती श्रीलंकन टीम
हमारे प्रिय विश्वनाथ आनंद भारत के सबसे पहले ग्रैंडमास्टर हैं।
अब तक भारत ने विदित गुजराती, निहाल सरीन और कोनेरू हंपी जैसे कई बेहतरीन ग्रैंडमास्टर शतरंज के खेल को दिए हैं
इनमें से ही एक ग्रैंड मास्टर रमेशबाबू प्रग्ग्नानंधा ने हाल ही में भारत का सिर गर्व से ऊंचा कर दिया है।
प्रग्ग्नानंधा ने शनिवार को परासीन ओपन ग्रुप ए शतरंज प्रतियोगिता अपने नाम कर ली है।
28 जुलाई से शुरू होने जा रहे 44 वह शतरंज ओलंपियाड में प्रग्ग्नानंधा इंडिया की टीम बी में नजर आएंगे।
क्यों की जडेजा ने अपनी इंस्टाग्राम आईडी से सीएसके के सभी पोस्ट डिलीट
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