प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी (PM Narendra Modi) ने सोमवार को कहा कि खिलाड़ियों के चयन में पारदर्शिता लाने और भाई-भतीजावाद खत्म होने का असर दिखाई दे रहा है. इसी का नतीजा है कि दुनिया भर में खेल के मैदानों में तिरंगा लहरा रहा है और राष्ट्रगान गाया जा रहा है.
उन्होंने लाल किले की प्राचीर से अपने संबोधन में कहा कि हमने पिछले दिनों खेलों में देखा. ऐसा तो नहीं था कि पहले प्रतिभाएं नहीं थीं. पहले चयन भाई-भतीजावाद से गुजरता था. वे खेल के मैदान तक तो पहुंच जाते थे, लेकिन जीत-हार से उन्हें कोई लेना-देना नहीं था.
प्रधानमंत्री मोदी ने कहा, ‘जब पारदर्शिता आई, योग्यता के आधार पर खिलाड़ियों का चयन होने लगा तो आज दुनिया भर में खेल के मैदान में भारत का तिरंगा लहराता है तथा राष्ट्रगान गाया जाता है.’
उन्होंने कहा कि भाई-भाई भतीजावाद से मुक्ति मिलती है तभी ऐसा होता है. उन्होंने कहा कि यह सिर्फ शुरुआत है और भारत यहां थकने या रूकने वाला नहीं है. वह दिन दूर नहीं जब हम ढेरों गोल्ड मेडल जीतेंगे.
. भारत ने पिछले साल तोक्यो ओलंपिक में रिकॉर्ड 7 पदक मेडल जीते, जिनमें एक गोल्ड, 2 सिल्वर और 4 ब्रॉन्ज शामिल थे.मोदी टूर्नामेंटों से पहले और बाद में भी खिलाड़ियों से बातचीत करते आए हैं.
टोक्यो ओलंपिक और कॉमनवेल्थ गेम्स के बाद उन्होंने भारतीय दल की मेजबानी की. पने संबोधन में मोदी ने खेल महासंघों समेत देश के सभी संस्थानों से भ्रष्टाचार और परिवारवाद खत्म करने की जरूरत पर बल दिया.
उन्होंने कहा कि परिवारवाद का साया कई संस्थानों पर है, जिससे हमारी प्रतिभाओं और राष्ट्र की क्षमता को क्षति पहुंच रही है और भ्रष्टाचार बढ़ रहा है. हमें संस्थाओं में, खेलों में इसे खत्म करना है. इसके खिलाफ क्रांति की शुरुआत करनी है. यह हमारी सामाजिक जिम्मेदारी है. हमें पारदर्शिता चाहिए.