कोचिंग के साथ मेरा समय लगभग खत्म हो चुका है आया रवि शास्त्री का बयान।
भारत के पूर्व कोच रवि शास्त्री का कहना है कि वह दूसरी बार यह काम नहीं करना चाहते हैं। उनका मानना है कि एक कोच के रूप में उन्हें जो करना था, वह उन्होंने सात साल में कर लिया है। अब उनकी इच्छा है कि एक दर्शक के रूप में वह खेल का मजा लें।
रवि शास्त्री ने हर किरदार में क्रिकेट जगत में अपनी अलग छाप छोड़ी है। एक बल्लेबाज के रूप में उन्होंने कई रिकॉर्ड बनाए। गेंदबाजी में भी उन्होंने कमाल किया।
शास्त्री शानदार फील्डर भी थे। क्रिकेट से संन्यास लेने के बाद उन्होंने कमेंट्री शुरु की और दर्शकों को दीवाना बना लिया।
शास्त्री ने सात साल तक भारत की कोचिंग की और वह हासिल किया, जो उनसे पहले कोई नहीं कर पाया था। बतौर कोच उन्होंने ऑस्ट्रेलिया में दो बार टेस्ट सीरीज जीती। उनसे पहले कोई भी भारतीय कोच एक बार भी ऑस्ट्रेलिया में सीरीज नहीं जीत पाया था
इसके अलावा उन्होंने तेज गेंदबाजों की जो फौज तैयार की, उससे सभी आज भी खौफ खाते हैं। उन्हीं गेंदबाजों के दम पर टीम इंडिया आज भी विदेशों में टेस्ट सीरीज जीतने का दम भरती है। हालांकि, रवि शास्त्री कोई आईसीसी ट्रॉफी नहीं जीत पाए
भारत के पूर्व कोच रवि शास्त्री का कहना है कि वह दूसरी बार यह काम नहीं करना चाहते हैं। उनका मानना है कि एक कोच के रूप में उन्हें जो करना था, वह उन्होंने सात साल में कर लिया है। अब उनकी इच्छा है कि एक दर्शक के रूप में वह खेल का मजा लें।