मुझसे भी ज्यादा अच्छे खिलाड़ी है कोहली। आया इस दिग्गज खिलाड़ी का बयान।

BCCI अध्यक्ष सौरव गांगुली (Sourav Ganguly) जब क्रिकेट खेला करते थे तो उन्हें उनकी आक्रामकता के लिए पहचाना जाता था. बल्लेबाजी की बात हो या कप्तानी की, दोनों ही विभागों में उनकी आक्रामकता देखने  काबिल होती थी. विराट कोहली (Virat Kohli) को भी मैदान पर कुछ इसी अंदाज में देखा जाता है. हालांकि जब सौरव गांगुली से उनकी और विराट की आक्रामकता को लेकर सवाल किया गया

BCCI अध्यक्ष सौरव गांगुली (Sourav Ganguly) जब क्रिकेट खेला करते थे तो उन्हें उनकी आक्रामकता के लिए पहचाना जाता था. बल्लेबाजी की बात हो या कप्तानी की, दोनों ही विभागों में उनकी आक्रामकता देखने  काबिल होती थी. विराट कोहली (Virat Kohli) को भी मैदान पर कुछ इसी अंदाज में देखा जाता है. हालांकि जब सौरव गांगुली से उनकी और विराट की आक्रामकता को लेकर सवाल किया गया

मैं अपनी पीढ़ी में खेला और वह अभी खेल रहे हैं. मैंने कोहली के मुकाबले ज्यादा क्रिकेट खेला है लेकिन इस मामले में वह मुझसे आगे निकल जाएंगे. वह कमाल के खिलाड़ी हैं.'विराट कोहली लंबे अरसे बाद फॉर्म में लौटे हैं. उन्हें अपने अंतरराष्ट्रीय शतक के लिए 1020 दिन तक इंतजार करना पड़ा.

उन्होंने एक महीने का ब्रेक लेने के बाद एशिया कप से टीम में वापसी की और शुरुआती मुकाबलों में छोटी-छोटी और महत्वपूर्ण पारियां खेलने के बाद अफगानिस्तान के खिलाफ भारत के आखिरी ‘सुपर फोर’ मैच में 61 गेंद में नाबाद 122 रन की शानदार पारी खेली. सौरव गांगुली से जब पूछा गया कि कोहली जब संघर्ष कर रहे थे तब क्या उन्होंने कोई सलाह दी थी. इस पर गांगुली ने कहा, 'वे (टीम) बहुत यात्रा करते

मुझे उनसे मिलने का समय नहीं मिलता.' गांगुली ने कहा, 'हर किसी के प्रदर्शन पर मीडिया की नजर रहती है. हमें पता नहीं रहता कि मीडिया में किसकी बात चल रही है क्योंकि होटल में पहुंचने के बाद मैं सबसे पहले रिसेप्शन पर कहता हूं कि मुझे अखबार नहीं चाहिये

'अपने क्रिकेट करियर के दौरान सौरव गांगुली का कोच ग्रेग चैपल से विवाद हुआ था. इसके बाद वह कई बार टीम से अंदर-बाहर हुए थे. उन्होंने उस दौर में कई उतार-चढ़ाव देखे. इस दौर से जुड़े सवाल पर गांगुली कहते हैं कि क्रिकेटरों को अपने खराब प्रदर्शन को सकारात्मक तरीके से लेना चाहिये.