सुनील छेत्री ने हाल ही में डुरंड कप जीतकर शेयर की ये तस्वीर। जीते फंस के दिल।
भारत के स्टार फुटबॉलर सुनील छेत्री (Sunil Chhetri) ने कहा है कि अगर वो डूरंड कप (Durand Cup) नहीं जीत पाते, तो बहुत बुरा लगता. उन्होंने ये भी कहा कि इस खिताब पर कब्जा करने के लिए दो दशक का लंबा इंतजार करना पड़ा.
. छेत्री की टीम बेंगलुरू एफसी ने रविवार को यहां विवेकानंद युवा भारती क्रिरंगन (वीवाईबीके) में फाइनल में मुंबई सिटी एफसी को 2-1 से हराकर अपना पहला डूरंड कप खिताब जीता.
बेंगलुरू एफसी (बीएफसी) के लिए शिवा शक्ति और ब्राजीलियाई एलन कोस्टा ने गोल किए
जबकि अपुइया ने मुंबई सिटी एफसी (एमसीएफसी) के लिए एकमात्र गोल किया, जो एक बेहतरीन मैच साबित हुआ.
छेत्री ने सोशल मीडिया पर ट्रॉफी जीतने पर अपनी खुशी व्यक्त करने के लिए तस्वीरें पोस्ट की और ट्वीट किया
कि बेंगलुरु एफसी टीम के साथ इसे जीतना विशेष था.बेंगलुरू एफसी (बीएफसी) के लिए शिवा शक्ति और ब्राजीलियाई एलन कोस्टा ने गोल किए, जबकि अपुइया ने मुंबई सिटी एफसी (एमसीएफसी) के लिए एकमात्र गोल किया, जो एक बेहतरीन मैच साबित हुआ.
छेत्री ने सोशल मीडिया पर ट्रॉफी जीतने पर अपनी खुशी व्यक्त करने के लिए तस्वीरें पोस्ट की और ट्वीट किया कि बेंगलुरु एफसी टीम के साथ इसे जीतना विशेष थाविकिपीडिया के अनुसार, छेत्री का जन्म भारतीय सेना के इलेक्ट्रॉनिक्स और मैकेनिकल इंजीनियर्स कोर में एक अधिकारी केबी छेत्री और सुशीला छेत्री के घर हुआ था.
उनके पिता भारतीय सेना की टीम के लिए फुटबॉल खेलते थे, जबकि उनकी मां और उनकी जुड़वां बहनें नेपाल महिला राष्ट्रीय टीम के लिए खेलती थीं.